विश्व भर के कहानी-जगत् में रूसी कहानीकारों का एक विशिष्ट स्थान है । गोर्की, चेखव, टॉलस्टॉय आदि तो रूस के शीर्षस्थ कथा-शिल्पी हैं । इनके अतिरिक्त भी वहाँ ऐसे अनेक कहानीकार हुए हैं जिनकी कहानियों ने विश्व भर के पाठकों के मानस पर अमिट छाप छोड़ी है । हालाँकि हाल के वर्षों में विदेशी साहिल। के अनुवाद के क्षेत्र में न्यूनाधिक कार्य हुए हैं, फिर भी करोड़ों हिंदीभाषी पाठक कई प्रमुख रूसी कहानीकारों की कहानियों, जो रूसी भाषा की चर्चित और प्रसिद्ध कहानियों रही हैं, के पठन-सुख से अब तक वंचित रहे हैं ।
यह पुस्तक उस अभाव को अवश्य दूर करेगी । इसमें संगृहीत कहानियों के चयन व अनुवाद में विशेष सावधानी बरती गई है । ये सभी कहानियों रूसी समाज और संस्कृति को प्रतिबिंबित तो करती ही हैं, हिंदी पाठकों को तृप्त भी करती हैं । प्रबुद्ध पाठक तथा शोधकता तो शायद एक ही बैठक में इस पूरी पुस्तक को पढ़ डालें ।