close

Hindutva Ek Jeevan Shaili

Hindutva Ek Jeevan Shaili

Availability: In stock

ISBN: 9789350485958

INR 400/-

आज भारत के राजनीतिक परिवेश में चारों ओर संकट दिखाई दे रहा है। देश में भ्रष्‍टाचार चरम पर है। धर्म-जाति के नाम पर वोट पाने हेतु राष्‍ट्रीय हितों को तिलांजलि दी जा रही है। छद्म धर्म-निरपेक्षता के नाम पर संप्रदायवाद को बढ़ावा दिया जा रहा है।

close