1000 Sangeet Prashnottari
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ISBN: 8177210912
INR 175/-
संगीत प्राचीन काल से ही समाज का अभिन्न अंग रहा है। प्रत्येक संस्कार, उत्सव, त्योहार, धार्मिक अनुष्ठान, फसल की बुवाई-कटाई आदि अवसरों पर गाए जानेवाले लोकगीत हमें आध्यात्मिकता, सामाजिकता, कर्तव्यपरायणता व श्रम-परिहार की चेतना प्रदान करते हैं। परीक्षण और अनुसंधान से इस तथ्य की पुष्टि हुई है कि गायें संगीत सुनकर अधिक दूध देती हैं, वहीं अनुकूल संगीत के प्रभाव से पौधे अपेक्षाकृत शीघ्रता से बढ़ते हैं तथा फसल अच्छी होती है।