1000 Samvidhan Prashnottari
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ISBN: 9788177211733
INR 350/-
शिक्षा से लेकर परीक्षा तक, जन साधारण से लेकर उच्चतम न्यायालय तक अकसर संविधान की चर्चा की जाती है; किंतु संविधान के बारे में तथ्यपूर्ण एवं व्यवस्थित जानकारी गिने-चुने लोगों को ही है। विभिन्न कारणों से आम आदमी भारत के संविधान के बारे में प्रायः अनभिज्ञ ही है, जबकि उसके मन में संविधान के बारे में समय-समय पर विविध प्रश्न उठते रहते हैं।