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Hindi Patrakarita Ka Bazar Bhav

Hindi Patrakarita Ka Bazar Bhav

Availability: In stock

ISBN: 8173153175

INR 250/-

वैश्‍वीकरण और प्रौद्योगिकी की आँधी में जब राष्‍ट्रीय सीमाएँ टूट रही हों, मूल्य अप्रासंगिक बनते जा रहे हों और हमारे रिश्ते हम नहीं, कहीं दूर कोई और बना रहा हो, तो पत्रकारिता के किसी स्वतंत्र अस्तित्व के बारे में आशंकित होना स्वाभाविक है ।

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