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Bharat Ki Veeranganayen

Bharat Ki Veeranganayen

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ISBN: 9788185828640

INR 300/-

सृष्‍ट‌ि के आदि से लेकर अब तक नारी-शक्‍त‌ि का बार-बार चमत्कार देखने को मिला है । जब-जब अधर्म ने धर्म को, अन्याय ने न्याय को और असत्य ने सत्य को पराभूत करने का प्रयत्‍न किया, तब-तब ही नारी-शक्‍त‌ि ने आगे बढ़कर धर्म, न्याय और सत्य की रक्षा की है । उसीके कारण आज हम नारी-शक्‍त‌ि की पूजा करते हैं और युगों तक करते रहेंगे ।

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