Ishwar Chandra Vidyasagar
Availability: In stock
ISBN: 9788192850863
INR 300/-
सर्वोत्तम महापुरुष’ के नाम से विख्यात ईश्वरचंद्र विद्यासागर न केवल विद्यासागर, अपितु करुणासागर भी थे। अपने हितों की उपेक्षा कर सदैव दूसरे व्यक्ति का हित साधना, स्वयं को सुख-सुविधाओं से दूर रखकर दूसरे के कष्ट दूर करना जैसी बातें हमें अतिशयोक्ति भले ही जान पड़ें, किंतु विद्यासागरजी के जीवन की ये रोजमर्रा की घटनाएँ थीं।