
Vinod Kumar Mishra , Laxman Prasad
Vinod Kumar Mishra
जन्म : 12 जनवरी, 1960 को इटावा (उ.प्र.) में।
शिक्षा : विकलांग होने के बावजूद हाई स्कूल तथा इंटरमीडिएट की परीक्षाएँ प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण कीं। सन् 1983 में रुड़की विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की उपाधि प्राप्त कर सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (CEL) में सहायक अभियंता के रूप में नियुक्त हुए। विभिन्न विभागों में काम करते हुए आजकल मुख्य प्रबंधक के रूप में काम कर रहे हैं।
अब तक कुल 32 पुस्तकें तथा विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में लगभग 300 लेख प्रकाशित।
पुरस्कार-सम्मान : सन् 1996 में राष्ट्रपति पदक, 2001 में ‘हिंदी अकादमी सम्मान’ तथा योजना आयोग द्वारा ‘कौटिल्य पुरस्कार’। सन् 2003 में अपारंपरिक ऊर्जा स्रोत मंत्रालय द्वारा ‘प्राकृतिक ऊर्जा पुरस्कार’, 2004 में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा ‘सृजनात्मक लेखन पुरस्कार’, विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा ‘डॉ. मेघनाद साहा पुरस्कार’ तथा महासागर विकास मंत्रालय द्वारा ‘हिंदी लेखन पुरस्कार’।
Laxman Prasad
19 अक्तूबर 1930 को अलीगढ़ (उ.प्र.) में जन्म । सन् 1952 में आगरा विश्वविद्यालय से विज्ञान विषयों में स्नातक तथा लखनऊ विश्वविद्यालय से 1954 में स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त की । सन् 1962 से 1984 तक तीन बड़े उद्यमों में कार्य किया । फिर ग्लैक्सो कंपनी में आए जहाँ उन्हें आविष्कारक बनने का अवसर मिला । उन्होंने रेलवे के लिए टिकट छापने की एक अत्यंत उपयोगी मशीन बनाई । उन्होंने एक मिनी माइक्रो प्रिंटर तैयार किया, जो बैच नंबर, तारीख आदि आसानी से छापने लगा ।
उनके विशिष्ट विज्ञान योगदान के लिए उन्हें ' विज्ञान रत्न ' सहित सात राष्ट्रीय और तीन प्रांतीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया । हाल ही में आविष्कारों पर लिखी उनकी तीन महत्त्वपूर्ण पुस्तकें प्रकाशित हुईं ।